पहाड़ मेरी विपदा में छू
असहाय, लाचार छु
विकाशक नाम पर
नेतानु छलावा छू
नेतानुल जाग जागं धन्ध खोली
लुटी खासोड़ी है पहाड़
विकाश विकाश नाम पर
नेतानुल बेचीं-खाई पहाड़
असहाय, लाचार छु
विकाशक नाम पर
नेतानु छलावा छू
नेतानुल जाग जागं धन्ध खोली
लुटी खासोड़ी है पहाड़
विकाश विकाश नाम पर
नेतानुल बेचीं-खाई पहाड़
No comments:
Post a Comment