ऐजा भुलू ऐजा दीदा आपणे पहाड़
बुड-बड़ियों कें भेंटी जाया, भेंट जया धेई द्वार
भेंटी जाया आपण मुलुक पहाड़
के भलौ मुलुक हमर, के भलौ पहाड़
के भले डान कान, हरि-भरी सार,
कस य पलायन हैगो, बांज हैगो पहाड़...........
के भली बोली हमारी, के भलो रिवाज,
गौं गौनु में ढोल दमुवा, बजाछि निशाण
कस य पलायन हैगो, नीरस हैगो
पहाड़...............
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