Thursday, August 31, 2017

केंद्र सरकार की नाकामी

ये मोदी सरकार की नाकामी नहीं तो और क्या है। 144 धारा लगाने के बाद हजारों की हुजूम लेकर रामरहीम के समर्थक देश की बर्बादी कर रहे हैं। यह सब किसकी जेबों से भरपाई की जाएगी ?

मुझे याद है जब हरियाणा में चुनाव होने थे तब हरियाणा में बीजेपी का एक बड़ा सा तबका रामरहीम से मिलने गया था और उस से समर्थन को कहा था तब डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख राम रहीम ने बीजेपी को समर्थन देकर बीजेपी की जीत में अहम भूमिका निभाई थी।

यही कारण है कि खट्टर सरकार उनके समर्थकों को रोकने के बजाय उनके समर्थकों को खुल्ला छूट दिया हुआ है। धारा 144 लगाने के बाद किसकी मजाल कि कोई सरकारी वाहनों या अन्य वस्तुओं को आग के हवाले कर दे। सरकार के अपने वोट बैंक और नाकामी  के चलते 25 से अधिक लोगों की जान चली गयी।

 जब 25 लोगों की जान चली जाती है कई लोग घायल हो जाते तब खट्टर साहब का बयान आता है। अरे कुछ तो शर्म करो। लोगों की जान जाने के बाद भी तुम जैसे गैरजिम्मेदाराना लोग सरकार में बने कैसे रह सकते हो। ऐसा ही कुछ उत्तरप्रदेश में भी हुआ जब 30 बच्चों की जान चली जाती है तब दवाब में ये बयान देते हो कि हम इसकी तहक़ीकात करेंगे। आप जैसे गैरजिम्मेदार लोगों के मुंह से बस यही सुनना बाकी रह जाता है।

मोदी जी धन्य हैं आप और आपकी विकास वाली टीम का। जो देश में बहुत अच्छे से विकास ला रहे हो। यही विकास था ना आपका । कि मजे ले कोई और भरे कोई। शर्म करो धिक्कार है ऐसी राजनीतिक व्यवस्था । धिकार है तुम्हारी कानून व्यवस्था पर।

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