Friday, May 29, 2015

बस अब और नही

बस अब और सहन नही होगा
माफिया राज,
कह दो उन लुटेरों से,
बदमासों से,
चोरों से,
ठेकेदारों से,
जो पहाड़ को लुट रहे हैं
बेच रहे हैं,
जमीनों को चट-खा रहे हैं,
अयासी का अड्डा बना रहे है,
यदि अपनी जान की सलामती चाहते हो,
तो सभाल जाओ,
ठहर जाओ,
बंद कर लो
अपने घिनौने कारनामो को |
अब भी वक्त है,
कहीं ऐसा न हो,
कि पहाड़ का बच्चा बच्चा,
अपनी मात्र भूमि मांटी के खातिर,
कंधे पर हथियार लिए,
तुम्हारे मौत का कारण न बन जाये|
अब भी वक्त है, ठहर जाओ,
वरना उत्तराखंड को भी
नक्सली बनने में देर न लगेगी|
इसलिए सभल जाओ, ठहर जाओ
तुम्हारी पल पल की हरकतों पर
हर "पागल" की नजर रहेगी|

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