Monday, June 4, 2012

गांव की याद में


यो पहाड़ म्यर पहाड़ , रंगीलो रंगीलो पहाड़ ,

खेती पाती डाई बोटी , लगूं छो के भाल पहाड़,

पाणी याँको ठंडो मिठो,
 सुरीली हवे बहार ,
 
बारो मास रंगरंगीलो,
 छाजी रोछो म्यर पहाड़,

सीधो साधो भलो मनखी, 
गों बाखेई में बसी छन, 

मेहणों मेंहन तीज त्यौहार,
कौतिकों की रन मन,

म्यर पहाड़ जन्म भूमि,
नौरंगी गेवाड़ भूमि , 


भूमियाँ की छाया यां छू, कत्युरों की कर्म भूमि,

रामगंगा को मिठो पाणी, 
डाव बट्यों की छायाणी,

गध्यारा यो रौल मौल, 
कुखुड सिटौल करौल, 

के भला यूँ स्यरा म्यरा, 
याद मिकैं ओनी .

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गेवाड़ घाटी