इजू तेरी यादे एईगे,नि लागन त्यर बिन मन ।
घर-घर के याद एईगे,नि लागन त्यर बिन मन।।
इजू तेरी यादे एईगे,................
कसी रुनु देश प्रदेशा,
इजू तेरो दुलार बिन।
तेरो लाड-प्यार इजू,
कसी काटनु त्यर बिन दिन।
गौं-बाखेई कै यादें उंछो,
नि लागन त्यर बिन मन।।
इजू तेरी यादे एईगे.................
म्यर पहाड़ ठंडो-मिठो,
डाई-बोटियों की हवे बहार ।
दगडियों कें दगड मेरो।
छुटी गिन प्रदेश मा।।
दगडियों कें यादें उंछो,
नि लागन त्यर बिन मन।।
इजू तेरी यादे एईगे.................
तेरी याद लिबेरि इजू ,
शिसक रुनु प्रदेश मा।
तेरी आशीर्वाद मेरो
छतर छायानी मा
मिगें तेरी यादें उंछो,
नि लागन त्यर बिन मन।।
इजू तेरी यादे एईगे.................
{पं . भास्कर जोशी }
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