Monday, July 3, 2017

दाज्यू देखो धें

दाज्यू देखो धें
कि भल क् बसाई छि
कि भल क् सजाई छि
तल डाना मल डाना
कि हमर पुरखों बसाई छि
देखो धें, कस निसार लागि रै याँ
दाज्यू देखो धें।

कि भल क़ बाखेय छि
कि भल क़ भियार दोपुर बनाई छि
रन्न छि नानतिनाक़, खेलण क़ुदण
कि भल क मिलीझुली परिवार रौंछि
देखो धें, कस निसार लागि रै याँ
दाज़्यू देखो धें।

कि भल क् म्योल लाग छि
कि भल क् रंगत ऑंछि
तुतुरी बजौने नानतिनाक
कि भल क् फुवार लागि रोंछि
देखो धें, कस निसार लागि रै याँ
दाज्यू देखो धें।

कि भल क् नौ धारक पाणी
कि भल क् छ्प-छपी गौ तराण
गागर, कश्यार् लिबेर पनेर जांछि
कि भल क घर भतेर कलश थापी रौंछि
दाज़्यू देखो धें। कस निसार रै याँ
दाज़्यू देखो धें।
भास्कर जोशी

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