जी हां अब इसी अंदाज में उत्तराखंड के ग्रामीण इलाकों में शराब मिलेगी। शराबियों को अब मंदिर (मदिरालय) जाने की जरूरत नहीं । अब उन्हें मंदिर के बहार लंबी लंबी लाइन लगाने की जरुरत नहीं । सूत्रों के हवाले से त्रिवेन्द्र रावत जी ने कहा है कि हमने मदिरालय के कर्मचारियों को आदेश दिया है कि अब जनता पास वे अपने वाहन लेकर खुद हाजिर होंवें ।
रावत जी ने जनता को आस्वस्त करते हुए कहा कि आपको मंदिर में लाइन लगवाने की जरूरत नहीं। आप लोग दूर दराज गांवों से आकर लंबा इंतजार करना पड़ता है। पर अब ऐसा नहीं होगा। हम आपको परेशान नहीं होने देंगे। हम आपके दुःख दर्द को समझते हैं भला आपको परेशान होते हुए कैसे देख सकते हैं
यह तो हमारी सरकार की प्राथमिकता है कि हम घर घर तक शराब पहुंचाएंगे। इससे राज्य का ही नहीं देश का भी मान बढ़ेगा। इस से कई लोगों को रोज़गार मिलेगा। हर शहर और ग्रामीण इलाकों में ड्राइवर और शराब बेचने वालों की वैकेन्सी खुलेगी। अभी तो हम सिर्फ वाहन के जरिये पहुँचा रहे है। अगर सरकार को फायदा होते हुए दिखा तो हम पोस्ट मैन की तरह आपके घर तक शराब की बोतलें पहुंचाएंगे।
इसी कड़ी में कुछ दिनों बाद आप ऑनलाइन डिमांड भी कर सकेंगे। फिलहाल अभी वाहन द्वारा ही शराब पहुंचाने का कार्य शुरू किया है। जैसे जैसे यह ग्रोथ करेगा , वैसे वैसे सुविधाएँ बढ़ती जायेगी। बहरहाल पीने वाले अभी रोड में खड़े रहें। मदिरालय की गाड़ी बस अभी आती ही होगी। अगर आप समय से रोड पर उपस्थित न रहे तो आपको शराब से वंचित होना पड़ सकता है।
महिलाएं कतई परेशान न होवें। आप लोग भी बढ़ चढ़कर भाग ले सकते हैं । यह सुविधा सिर्फ पुरुषों के लिए ही नहीं महिलाओं के लिए भी लागू कर दिया गया है। हमारी सरकार की नीति स्पष्ट है सबका साथ सबका विकास। आपके द्वारा लिया गया शराब का बोतल देश के काम आएगा। हमारे लिए देश सर्वोपरि है। आप नहीं।
भास्कर जोशी
No comments:
Post a Comment