Tuesday, March 22, 2016

हे देवभूमि देवो !

जागो हे ! म्यर पहाड़ देवभूमि  देवो
संकटों ले घेरी गो म्यर पहाड़ भूमि
करी दियो कृपा हम परि, धरि दियो लाज |
जागो हे ........................................

गों-गौनु में पाणिक आज,  है गे चौपट
नौ-धार सब सूख गेई,  जमि गेछौ  काई
डाड मारणी पाणी लिजी, म्यर पहाड़े भाई बन्धु
बरषे दियो कृपा हम परि, करि दियो चमत्कार ||
जागो हे !........................................

पहाड़ों का गाड़-गध्यारों हडिक दीखाण है गयीं
हरिया-भरिया सार हमेरी, बीन पाणी बांज है गयीं
म्यर पहाड़ फिर जीवन दीजो, करि दियो उपकार
जागो हे ! म्यर पहाड़ देवभूमि  देवो

देवा ! तुमहूँ  पुकारण में डर मगें लागणे
बदरी-केदार में  तुमुल तांडव नाचे दियो
म्यर पहाड़े इस्ट मितुर  सब बह दियो
हम नर बानर तुमर बालक हया
धरि दिया छतर छाया हम पर, कर दिया उपकार
जागो हे ! म्यर पहाड़ देवभूमि  देवो

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